HARIDWAR: हरिद्वार के रानीपुर से भाजपा विधायक आदेश चौहान के साथ गृहमंत्री अमित शाह के बेटे के नाम पर ठगी की कोशिश की गई। विधायक की शिकायत पर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पुलिस के अनुसार विधायक आदेश चौहान के पीआरओ रोमिश कुमार ने इस मामले में तहरीर दी है। तहरीर के मुताबिक रानीपुर विधायक आदेश चौहान के मोबाइल पर अनजान नंबर से कॉल आई। कॉल करने वाले ने खुद को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का पुत्र जय शाह बताया और राजनीतिक विषयों पर चर्चा शुरू की। इसके बाद शख्स ने कहा कि पापा (अमित शाह) दिल्ली व मणिपुर में व्यस्त हैं, इसलिए उन्होंने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के पुत्र हरीश नड्डा को उत्तराखंड से संबंधित विषयों पर निर्णय के लिए अधिकृत किया है।
इसके बाद कॉल करने वाले शख्स ने कहा कि उन्होंने पार्टी फंड में सहयोग की अपेक्षा की है। शुक्रवार को फंड की व्यवस्था कर शाम तक दिल्ली आ जाएं, वहां गृह मंत्री और राष्ट्रीय अध्यक्ष से मिलाएंगे। उसने विधायक को दूसरा नंबर देकर उसे सेकेट्री का नंबर भी बताया।
अगले दिन विधायक आदेश चौहान ने किसी माध्यम से हरीश नड्डा से संपर्क किया तो पता चला कि उन्हें धोखाधड़ी का शिकार बनाने की कोशिश की गई। दोबारा कॉल आने पर विधायक ने उसका खुलासा होने की बात कही तो उसने धमकी दी कि पांच लाख दे दें, वरना वह अपनी टीम से सोशल मीडिया पर दुष्प्रचार करवाएगा।
एसएसपी प्रमेंद्र डोभाल ने बताया कि इस मामले में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। घटना 14 तारीख की देर रात की है। विधायक के पीआरओ रोमिश कुमार की शिकायत पर हरिद्वार के बहादराबाद थाने के अंतर्गत धारा 308 (2) में मुकदमा दर्ज किया गया है।
इसके कुछ देर बाद ही हरीश रावत ने सर्वदलीय बैठक को लेकर भी एक पोस्ट की जिसमें उन्होंने लिखा कि सरकार गैरसैंण में ठंड का बहाना बनाती है, कहीं ऐसा न हो कि इस बार बजट कंबल ओढ़कर पढ़ा जाए। हरीश रावत ने लिखा है, ‘नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य जी से अभी-अभी मेरी भेंट हुई है। स्वभावत: राज्य के ढेर सारे जनवादी मुद्दों के साथ गैरसैंण पर भी चर्चा हुई। इस भेंट के बाद सत्ता सूत्र विधानसभा में गैरसैंण का मुद्दा उठने की संभावनाओं से परेशान हैं। ‘सूत्रों ने बताया है कि यह सूचना माननीय मुख्यमंत्री जी तक पहुंच गई है। मुख्यमंत्री जी ने विधानसभा में गैरसैंण शब्द आने की स्थिति में अधिकारियों से कहा है कि विधानसभा में ठंड ज्यादा बढ़ सकती है। सरकार को ठंड न लगे इसलिए पूरे परिसर के AC बंद कर दिए जाएं? हो सकता है बजट प्रस्तुत करते वक्त माननीय वित्त मंत्री कंबल ओढ़े हुए हों?’
हरीश रावत की पोस्ट के बाद बीजेपी का कहना है कि सत्र कहां होगा और कहां नहीं? ये सरकार तय नहीं करती है, ये काम विधानसभा का है।