उत्तराखंड में भारी बारिश का सिलसिला जारी है। इस बार गढ़वाल क्षेत्र में बारिश ने तबाही मचाई है। उत्तरकाशी जिले के यमुनोत्री धाम और आसपास के क्षेत्र में अतिवृष्टि और भूस्खलन से यमुनोत्री धाम के परिसर को नुकसान पहुंचा है। मंदिर समिति के कार्यालय, रसोईघर को भी नुकसान पहुंचा है। यहां 3 खच्चरों और एक बाइक के बहने की भू सूचना है। जानकीचट्टी पार्किंग के नीचे भूकटाव एवं शुभम प्लेस होटल के आगे रोड की दीवार क्षतिग्रस्त हो गई है। जिससे बड़ा खतरा बना हुआ है। उधर टिहरी में बालगंगा उफान पर है जिससे बूढ़ाकेदार क्षेत्र में विनयखाल-जखाना मोटर मार्ग बड़ा हिस्सा वास आउट होकर नदी में समा चुका है। सैकड़ों ग्रामीणों का जिला मुख्यालय सहित मुख्य बाजारों से संपर्क पूरी तरह से टूट चुका है। रुद्रप्रयाग के मद्महेश्वर क्षेत्र में भी बनतोली में मोरखंडा नदी पर बना लकड़ी का अस्थायी पुल नदी में समा गया जिससे मदमहेश्वर धाम में लगभग 100 तीर्थ यात्रियों सहित स्थानीय व्यापारी फंस गये हैं।
जानकारी के मुताबिक यमुनोत्री धाम परिसर समेत आसपास के क्षेत्रों में भारी बारिश से खासा नुकसान हुआ है। यमुना नदी रौद्र रूप में बह रही है, यमुनोत्री धाम के आखिरी प्रमुख पड़ाव जानकीचट्टी में कई जगह यमुना नदी ने भूकटाव किया। गनीमत रही कि जलस्तर घटने बाद दर्जनों वाहन, ढाबे यमुना नदी में बहने से बचे। फिलहाल जनहानि की कोई सूचना नहीं है। यमुना नदी के मुहाने पर मलबा इकट्ठा होन से बोल्डर और पत्थर गिरने लगे जिससे मंदिर परिसर को अधिक नुकसान हुआ है। जानकीचट्टी यमुनोत्री पैदल मार्ग पर राम मंदिर के निकट रजिस्ट्रेशन केंद्र भी क्षतिग्रस्त हो गया है। इसके अलावा यमुनोत्री हाईवे ओजरी डाबरकोट बंद होने से बड़कोट से सरकारी अमला अभी यमुनोत्री धाम नहीं पहुंच पाया।
मद्महेश्वर में फंसे 100 यात्री
द्वितीय केदार मदमहेश्वर यात्रा के आधार शिविर बनतोली में मोरखंडा नदी पर बना लकड़ी का अस्थायी पुल तेज बारिश में बह गया है। जिससे मद्महेश्वर धाम में 100 तीर्थ यात्रियों सहित स्थानीय व्यापारी फंस गये हैं। मूसलाधार बारिश से मोरखंडा नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है। ये अस्थाई पुल पिछले साल बनाया गया था जब बारिश ने यहा भारी तबाही मचाई थी। इस वजह से सैतकड़ों ग्रामीणों का संपर्क पूरी तरह कट चुका है। जानकारी मिलते ही जिलाधिकारी के निर्देशन में एसडीआरएफ, डीडीआरएफ, पुलिस बल सहित जिला प्रशासन की टीमों को मौके पर रवाना किया गया है।
बालगंगा उफान पर
टिहरी जिले में भारी बारिश से बालगंगा नदी रौद्र रूप धारण किए हुए हैं। बालगंगा तहसील के विनयखाल क्षेत्र में भारी बारिश से तोली, तिंगढ़, जखाना के ग्रामीणों की कई एकड़ कृषि भूमि बर्बाद हो गई है। विनयखाल जखाना मोटर मार्ग बड़ा हिस्सा वाश आउट हो चुका है।ग्रामीणों का जिला मुख्यालय सहित मुख्य बाजारों से संपर्क पूरी तरह से टूट चुका है। क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति ठप हो गई है और घराटों को काफी नुकसान पहुंचा है। बूढ़ाकेदार मुख्य बाजार पुल के पास निवासरत लोगों को रात के अंधेरे में अपने घरों की छोड़ना पड़ा।