भाजपा के लिए शुक्रवार को बुरी ख़बर आई है। उत्तराखंड वन विकास निगम अध्यक्ष व चंपावत के पूर्व विधायक कैलाश गहतोड़ी का लंबी बीमारी से देहरादून मैं निधन हो गया। उन्होंने अपने देहरादून आवास में अंतिम सांस ली। गहतोड़ी के निधन पर मुख्यमंत्री पुष्कर धामी समेत तमाम राजनेताओं ने शोक जताया है।
कैलाश गहतोड़ी पिछले कई वर्षों से कैंसर से जूझ रहे थे जिनका अमेरिका मे इलाज चल रहा था। पूर्व विधायक अपने पीछे अपनी पत्नी वह दो बेटों को छोड़ गए हैं। गहतोड़ी 2017 में चंपावत से विधायक चुने गए थे। 2022 में गहतोड़ी दूसरी बार चंपावत विधायक बने। लेकिन जब सीएम धामी खटीमा से चुनाव हार गए तो गहतोड़ी ने सबसे पहले सीएम के लिए अपनी सीट छोड़ने की पेशकश की थी। 2 महीने बाद गहतोड़ी ने चंपावत विधानसभा सीट से अपने पद से इस्तीफा देकर मुख्यमंत्री धामी के लिए अपनी सीट छोड़ी थी और सीएम धामी ने यहां से उपचुनाव जीता था। 2022 में कैलाश गहतोड़ी को उत्तराखंड वन विकास निगम का अध्यक्ष बनाया गया था।
गहतोड़ी के निधन से चंपावत क्षेत्र में शोक की लहर छा गई है। गहतोड़ी के निधन पर सीएम पुष्कर धामी ने गहरा दुख जताया है। सीएम ने कहा कि वन विकास निगम के अध्यक्ष, पूर्व विधायक, प्रिय मित्र और बड़े भाई श्री कैलाश गहतोड़ी जी के निधन का पीड़ादायक समाचार सुन स्तब्ध हूं। कैलाश जी का जाना संगठन, प्रदेश के साथ-साथ मेरे लिए भी व्यक्तिगत क्षति है। इस असीम कष्ट को शब्दों में बयान नहीं कर पा रहा हूँ। आपने अपना पूरा जीवन जनसेवा में खपा दिया, आप एक आदर्श जनप्रतिनिधि के रूप में सदैव याद किए जाएँगे। एक विधायक के रूप में चम्पावत क्षेत्र के विकास के प्रति आपका समर्पण हमारे लिए प्रेरणास्रोत है। राजनीति और जनसेवा के क्षेत्र में आपसे मिला सानिध्य इतना आत्मीय और हृदय के निकट था कि आज विश्वास करना अत्यंत कठिन है कि आप हमारे बीच नहीं हैं। ईश्वर से पुण्यात्मा को श्रीचरणों में स्थान एवं शोक संतप्त परिजनों व समर्थकों को यह अपार कष्ट सहने की शक्ति प्रदान करने की कामना करता हूं।