Weather Update: राष्ट्रीय राजधानी समेत पूरे उत्तर भारत में कोहरे और सर्द हवा के कारण कड़ाके की ठंड पड़ रही है।बताया जा रहा है कि पर्वतीय इलाकों में बीते दो दिन हुई बारिश व बर्फबारी का असर अगले कुछ दिनों तक मैदानी इलाकों में देखने को मिलेगा। मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से जारी पूर्वानुमान के अनुसार प्रदेश भर में 18 दिसंबर तक मौसम शुष्क तो रहेगा, लेकिन शीतलहर के चलते पहाड़ से लेकर मैदान तक सुबह-शाम के समय ठंड सताएगी। इसके अलावा दोनों समय के तापमान में गिरावट भी देखने को मिलेगी।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार इन सब के बीच राज्य की केदार घाटी तथा कुमाऊँ मंडल के पिथौरागढ़, बागेश्वर, चंपावत, जनपदों में भी ठंड पूरी तरह से लोगों को अपने आगोश में ले चुकी है। 18 दिसंबर तक प्रदेश भर में मौसम शुष्क रहेगा। हालांकि बीते कुछ दिनों से ऊंचाई वाले इलाकों में हुई बर्फबारी से मैदानी इलाकों में शीतलहर चलेगी। इससे तापमान में असर पड़ेगा। दिन के मुकाबले रात के तापमान में भारी गिरावट दर्ज की जाएगी। इसके अलावा इस साल सर्दियों में अच्छी बर्फबारी होने की संभावना है।
यहीं वजह हैं कि मैदानी इलाकों में सुबह के समय कोहरे की चादर लोगों को परेशान कर रही है। खासकर ऊधमसिंह नगर और हरिद्वार जिले में कोहरा छाने लगा है। औली में हुई बर्फबारी के बाद औली रोड पर बर्फ जमने व पाला जमने से औली जाने वाले पर्यटको को भारी दिक्कतो का सामना करना पड रहा है, औली पहुचने के लिये एक मात्र सडक मार्ग से ही पर्यटक औली पहुच सकते है, औली रोपवे का संचालन इस वर्ष जनवरी माह से बंद पडा हुआ है, ऐसे मे सडक पर पाला जमने से पर्यटकों को औली पहुचने मे भारी दिक्कते हो रही है।
चार धाम समेत ऊंचाई वाले इलाकों में हुई बर्फबारी का सीधा असर मैदानी इलाकों के तापमान में पड़ता है। शीतलहर के चलने से सुबह-शाम के साथ दिन के तापमान में भी बदलाव देखने को मिलता है। उत्तराखंड का शीतकालीन पर्यटन यहां होने वाली बर्फबारी पर निर्भर है। ऐसे में इस साल दिसंबर के अंत तक अच्छी बर्फबारी होने के आसार है। इस साल विंटर बारिश कम होने की वजह से बीते कुछ दिनों से मैदानी इलाकों के अधिकतम तापमान में एक-दो डिग्री की बढ़ोतरी दर्ज की जा रही थी।