जिलाधिकारी वंदना की अध्यक्षता में गुरूवार को कैम्प कार्यालय हल्द्वानी में जनसुुनवाई आयोजित हुई। डीएम ने आम जनमानस की समस्याआंे एवं शिकायतों का संज्ञान गंभीरता से लिया जिसमें विभिन्न लोगों ने सिंचाई,पेयजल, सडक, विद्युत, पेंशन, अतिक्रमण, आवास, आर्थिक सहायता के साथ ही लगभग 87 शिकायतें व समस्याएं दर्ज हुई।
डीएम ने जनसुुनवाई के दौरान अधिकतर समस्याआंे एवं शिकायतों को निस्तारित करते हुए शेष समस्याओं व शिकायतों को दूरभाष के माध्यम से सम्बन्धित अधिकारियों को प्राथमिकता के आधार पर शीघ्र समाधान एवं निस्तारित करने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने जनसुनवाई के दौरान अवगत कराया कि पूर्व में आपदा से जनपद की महत्वपूर्ण सड़कों और विभिन्न योजनाओं को हुई क्षति के क्रम में विभागों को आपदा मद से लगभग 5 करोड़ की धनराशि आवंटन की गई है, जिसमें काठगोदाम हैडाखान मोटर मार्ग हेतु 61.33 लाख, भंडारपानी पटकोट ओखलढूंगा मोटर मार्ग हेतु 27.66 लाख, फतेहपुर बेल बसानी मोटर मार्ग हेतु 24.03 लाख की धनराशि स्वीकृत करते हुए विभागों को क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत का कार्य शीघ्र पूर्ण करने हेतु निर्देशित किया गया है ।
जनसुनवाई में लामाचौड़ हल्द्वानी निवासी लाखन सिंह चिलवाल ने बताया की गौला बैराज काठगोदाम से कठघरिया तक जाती हुई सिंचाई नहर से कठघरिया, बच्ची नगर और लामाचौड़ के ग्रामीणों द्वारा अपने खेतों में सिंचाई की जाती है। किंतु यह सिंचाई नहर जगह जगह क्षतिग्रस्त है और मलबे से पटी पड़ी है।
दूसरी ओर कठघरिया चौराहे से लामाचौड़ तक सिंचाई विभाग की नहरो के ऊपर दर्जनों लोगों ने अतिक्रमण कर दुकानें खोल ली है और दुकानों का कचरा सिंचाई नहरो में फेंका जा रहा है। इस संबंध में जिलाधिकारी ने उपजिलाधिकारी और ईई सिंचाई को संयुक्त निरीक्षण कर अतिक्रमण चिन्हित कर कार्यवाही के निर्देश दिए।
मोहन चंद्र पलड़िया निवासी विजयपुर हल्द्वानी ने बताया कि उनके क्षेत्र में सिंचाई की 300 मीटर और 100 मीटर दीवार टूटने से विजयपुर के 12 परिवारों की सिंचाई व्यवस्था प्रभावित हो गई है। जिस संबंध में जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियंता सिंचाई हल्द्वानी को एक सप्ताह के भीतर स्थलीय निरीक्षण कर दीवार की मरम्मत कराने के निर्देश दिए।
ग्राम पनियाली, कठघरिया के लक्षम सिंह ने बताया कि उनके पड़ोसी द्वारा उनकी लगभग 53 वर्ग फिट भूमि पर कब्जा किया गया है। इस संबंध में जिलाधिकारी ने उपजिलाधिकारी हल्द्वानी को दोनों पक्षों की भूमि की पेमाइश कराकर भूमि मामले को निपटाने के निर्देश दिए। कहा कि भूमि कि पेमाइश से दोनों पक्षों को अपनी भूमि की वस्तुस्थिति स्पष्ट हो जाएगी और आरोप प्रत्यारोप नहीं लगा पाएंगे।
इसके साथ ही ग्राम प्रधान पनियाबोर ने सोलर लाइट लगवाने, वर्षा के कारण हुए भू कटाव को रोकने के लिए भूमि रक्षक जाल एवं चेक डैम का भी अनुरोध किया जिस संबंध में डीएम ने मुख्य कृषि अधिकारी को गांव का स्थलीय निरीक्षण कर सुरक्षात्मक कार्य करने और परियोजना अधिकारी को सौर ऊर्जा हेतु कार्यवाही के निर्देश दिए।