Uttarakhand News: कोटद्वार में 13 करोड़ रुपये की लागत से बना मालन पुल बहने के बाद से जहां गंभीर सवाल उठ रहे है। वहीं क्षेत्रीय विधायक खंडूड़ी भी भड़की हुई है। उन्होंने मौके का निरिक्षण कर सचिव आपदा प्रबंधन रंजीत सिन्हा को फटकार लगाई है। तो वहीं विपक्षी नेताओं ने धामी सरकार पर उनके द्वारा किए गए कार्यों को तोड़ने का आरोप लगाया है। इसके अलावा स्थानीय लोगों ने अवैध खनन के चलते पुल बहने की बात कही है।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार क्षेत्रीय विधायक खंडूड़ी ने मौके का निरिक्षण कर आपदा सचिव की क्लास लगाई है। उन्होंने कहा कि, पिछले एक साल से मैं पीडब्ल्यू को पत्र भेजकर कह रही हूं कि पुल ठीक कंडीशन में नहीं हैं। यहां खनन हो रहा है। कुछ नहीं हुआ। हमने डीएम को लिखा, आपको लिखा, एस्टीमेंट भेजा लेकिन कुछ नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि, मिस्टर सिन्हा! ब्लेमगेम बिटविन ऑफिसर इज योर प्रॉब्लम। मैं लोनिवि सचिव, मुख्य सचिव से बात करने जा रही हूं। ब्लेमगेम आपके विभाग में चल रहा है, मुझे इसकी कोई परवाह नहीं है। मैंने आपको इन्फार्म किया था। सबको किया था।
बताया जा रहा है कि कोटद्वार मालन नदी के पुल के टूटने की संभावना विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी ने पहले ही जता दी थी। इसके लिए उन्होंने प्रशासन को पत्र भी लिखा था। इसके साथ ही विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी ने मालन नदी में हो रहे अवैध खनन को लेकर भी चिंता जाहिर की थी, मगर अधिकारियों ने इस ओर ध्यान देने की जहमत तक नहीं उठाई, जिसका नतीजा आज सबके सामने है।
गौरतलब है कि प्रदेश में लगातार हो रही बारिश से राज्य के कई पुल सरकारों की लापरवाही के चलते बह गए हैं। जिससे सड़कों के संपर्क मार्ग भी बह गए हैं। इसी कड़ी में 2010 में लगभग 13 करोड़ रुपये की लागत से बना मालन पुल बीते दिन नदी के तेज बहाव में गिर गया। ऐसे में विपक्षी नेता वर्तमान सरकार पर आरोप लगा रहे हैं।