Uttarakhand News: उत्तराखंड के रामनगर में गुरुवार को उस वक्त शोक की लहर दौड़ पड़ी जब असम राइफल्स के जवान सुनील रावत को अंतिम विदाई दी गई। शव यात्रा में जहां जन सैलाब उमड़ पड़ा तो वहीं मृतक जवान की पत्नि और बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल है। जवान का अंतिम संस्कार सैन्य सम्मान के साथ हुआ। इस दौरान सैकड़ों लोगों ने जवान को नम आंखों से विदाई दी।
मिली जानकारी के अनुसार रामनगर क्षेत्र के ग्राम भगुवा बंगर निवासी 40 वर्षीय सुनील सिंह रावत असम राइफल्स में जवान के पद पर तैनात थे। उनकी पत्नी नीलम रावत निजी स्कूल में शिक्षिका हैं। परिवार में 12 वर्षीय बेटी सोनल रावत, 9 वर्षीय बेटी आंचल रावत और 6 वर्षीय बेटा आरुष रावत हैं। वह 1 माह की छुट्टी पर अपने घर आए थे। और 8 जुलाई को वापस अपनी ड्यूटी पर जा रहे थे। लेकिन नियती को कुछ और ही मंजूर था।गुवाहाटी के पास ट्रेन से उतरते समय गिरने से वह घायल हो गए थे। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
बताया जा रहा है कि इलाज के दौरान सेना के अस्पताल में उनकी मौत हो गई। उनकी पार्थिव देह बृहस्पतिवार को रामनगर पहुंची। सुनील को तिरंगे में लिपटा देख क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ पड़ी। जवान को अंतिम विदाई देने जनसैलाब उमड़ पड़ा। जवानों द्वारा सैन्य सम्मान के साथ मृतक जवान को अंतिम विदाई दी गई। जवान की पत्नी और बच्चों समेत परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। वहीं घर में मातम पसरा हुआ है।