प्रदेश के वन क्षेत्रों (वन पंचायत आदि) में जड़ी-बूटी उत्पादन के सम्बन्ध में सम्बन्धित विभागों के साथ हुई सचिवालय में बैठक हुई हैं। इस बैठक में मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु ने कहा कि वन पंचायतों एवं वन से लगे क्षेत्रों में जड़ी-बूटी के उत्पादन एवं इससे रोजगार सृजन की असीम संभावनाएं हैं।
मुख्य सचिव ने इस हेतु सभी सम्बन्धित विभागों को मिलकर कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस दिशा में अच्छा कार्य कर रहे राज्यों की पॉलिसी का भी अध्ययन कर लिया जाए। इसके लिए डीएम एवं डीएफओ की अहम भूमिका होगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की ओर से इसके लिए ₹25 करोड़ बजट का प्राविधान किया जाएगा, बाकी के बजट के लिए कैम्पा एवं अन्य स्रोतों से भी बजट की पूर्ति की जाएगी।
वहीं उन्होंने ईको टूरिज्म एवं सरकारी भूमि की डिजिटल सूची तैयार किए जाने को लेकर आयोजित बैठक की भी अध्यक्षता की। बैठक में सभी जिलाधिकारियों एवं डीएफओ को ईको टूरिज्म की दिशा में स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर दिए जाने पर फोकस करते हुए प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी जनपदों में ईको टूरिज्म को बढ़ावा दिए जाने हेतु स्थान चिन्हित किए जाने के साथ ही DPR तैयार किए जाने के निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने कहा कि प्रस्ताव में DPR के साथ फंडिंग और योजना पूर्ण होने की समय सीमा पहले से ही निर्धारित की जाए। मुख्य सचिव ने कहा कि अधिकारियों के क्षेत्रों में दौरे के दौरान स्थानीय लोग अक्सर अपनी बहुत छोटी-छोटी मांगें और समस्याएं रखते हैं। इन छोटी-छोटी मांगों को गंभीरता से लेते हुए मांगों को पूरा करने पर ध्यान देने की आवश्यकता है, ताकि आमजन का सिस्टम पर विश्वास बना रहे।