Uttarakhand News: उत्तराखंड में भर्ती धांधली में लगातार कार्रवाई जारी है। VPDO पेपर लीक मामले में बड़ा अपडेट आ रहा है। मामले में जांच कर रही एसटीएफ की टीम ने लखनऊ की कंपनी आरएमएस टेक्नो सोल्यूशंस के सीइओ राजेश पाल को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी को कोर्ट में पेश कर 14 दिनों के न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया है। वहीं मामले में कई बड़े खुलासे होंने की आशंका जताई जा रही है।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार वीडीओ भर्ती 2016 में धांधली के आरोप में भी आरएमएस कंपनी के अधिकारियों के नाम आए हैं। इनमें से कंपनी के सीईओ राजेश पाल को एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लिया। बताया जा रहा है कि पाल पर आरोप है कि उसने दलालों को ओएमआर शीट उपलब्ध कराई और फिर गड़बड़ी कर अभ्यर्थियों को फायदा पहुंचाया। कोर्ट ने सीईओ को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।
गौरतलब है कि यूकेएसएसएससी ने वर्ष 2016 में ग्राम विकास अधिकारी के 197 पदों के लिए परीक्षा कराई थी। परीक्षा में एक लाख से अधिक युवा शामिल हुए थे, लेकिन जब धांधली की बात सामने आई तो इसे रद कर दिया गया। परीक्षा वर्ष 2017 में दोबारा कराई गई। इस बार 2016 में टापर बने छात्र एकाएक सबसे नीचे आ गए। इससे पुष्टि हुई कि 2016 में हुई इस परीक्षा में धांधली हुई थी। प्राथमिक जांच के बाद विजिलेंस ने जनवरी 2020 में मुकदमा दर्ज किया। विजिलेंस की धीमी गति के चलते जांच एसटीएफ को सौंपी गई।